Karni Mata Bhog Aarti lyrics

सभी मिल, सक्ल्या नवलख संग डोकरी जिमो डाढाली ।
आसो दाख दुबारा बिस्की, पीवो मद प्याली !!
सुवरण थाल छतीसों भोजन बैठों बिरदाली !!
साठ पुलाव सोवाता लीजे माता मत वाली ।
दाब कलेजी और भुजंगो जिमो माँ काली !!
घेवर पुड़ी पकवान मिठाई खटरस इस थाली ।
आप आरोगो मात इश्वरी चण्डी चिरताली !!
रिधी-सिधी चंवर करे निज कर सू आनंद उजियाली ।
कंचन कलश गंगाजल भरियो, पीवो प्रतिपाली !!
ढोल नगारा नोवत झालर, बाज रही ताली ।
मेहाई जब मात आरोगे बीस भुजा वाली !!
अम्बादान चंडी तेरो चेरो माँ घावल वाली ।
काट कलेश दारिद्र दुखहर कर सम्पति सारी !!
!! दोहा !!
करनी ने रात दिन आवे वेग अबार ।
अबकी बेला अम्बका ले नव लख ने लार !!
- लेके पूजा की थाली !
- देना हो तो दीजिए, जनम जनम का साथ !
- बिगड़ी मेरी बना दे ऐ शेरोंवाली मैया !
- हरि सुंदर नंद मुकुंदा !
- तेरे दरबार मे मैया खुशी मिलती है !
- फूलों में सज रहे हैं श्री वृंदावन बिहारी !
- शेरावाली कब आओगी मेरे अंगना !
- मेरा आपकी कृपा से सब काम !
- लगन तुमसे लगाये बेठे हैं !
- अरे रे मेरी जान है राधा !



